Friday, June 1, 2012

वाह रे टीम अन्ना

अभी तक अन्ना हजारे और किरण बेदी ने अनशन करके लोगो को समझाया पर जब पब्लिक नहीं समझ पा रही है, तो उनके लिये एक खुशखबरी आ गई है की अब टीम अन्ना में शामिल होने के लिये पूनम पाण्डेय को भी न्योता दे दीया गया है, जो अब न्यूड होके लोगो को युवाओं के बीच भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरुकता फैलाएंगी ,अभी तक तो आप लोगो को निराश होना पड़ा ,हो सकता है इस बार आपकी ये इच्छा पूरी हो जाये और आप पूनम पाण्डेय को न्यूड देख सके ,अब मै जादा कुछ नहीं कहूँगा आप खुद ही समझ लिजिये हो सकता है इस बार लोटरी लग ही जाये ,
  
                                                                                                                                      सौरभ दुबे

Thursday, October 20, 2011

मेरा विचार


अरे उनका जीवन क्या जीवन है ,जो दुनिया वालों से नैन लगाते है ,
बेकार है जीना क्या मिलेगा दुनिया वालों से नैन मिला के दुनिया वाले तो कुछ समय 
के लिये नैन मिलाते है साहब ,और मौका पड़ते ही और मौका फ्रस्त है ये लोग जब  आपको मौका पड़ेगा जरूरत 
पड़ेगा तो आपको छोड़ के चले जायेंगे  लेकिन इश्वर जब आपको जरूरत रहेगी तभी सामने आएगा 
इसलिए दुनिया वालों से नहीं इश्वर से नैन मिलाओ ,जब नैन मिलाना ही है तो हम इश्वर से क्यों ना 
मिलाएं  इसलिए....................
    आजा मिलाले मेरे नैनो से नैना ,तुम बिन मोहि चैन पड़े ना 
    आजा मिलाले मेरे नैनो से नैना ,तुम बिन मोहि चैन पड़े ना 
    नैनो से नैना मिलाले ,नैनो से नैना मिलाले 
    आओ श्याम जी कन्हैया नन्द लाल जी 
    मेरे प्राणों से प्यारे गोपाल जी 
  आओ श्याम जी कन्हैया नन्द लाल जी 
    मेरे प्राणों से प्यारे गोपाल जी 
         राधे    राधे    राधे   राधे     
  इश तरह आखों से आँखों मिलाके तेरा दूर जाना सुहाता नहीं है ,
  हमारे आने पर यू पर्दा लगाना  हमे भाता नहीं है 
  चले थे दीदार पाने को तेरा , अपने जहाँ को छोडकर 
  चले थे दीदार पाने को तेरा , अपने जहाँ को छोडकर 
  लेकिन तेरा यू मुह मोड़ लेना भाता नहीं है  
                                 धन्यवाद 
                                                 सौरभ दुबे 
      

Thursday, August 4, 2011

अगर देश करप्ट है तो उसे गोली मार दीजिये ..... सौरभ दुबे


हा  सही  सुना  आपने  हा  मैंने  यही  कहा  की  अगर  देश  करप्ट  है  तो  उसे  गोली  मार  दीजिये  लेकिन  उस  से  पहले  खुद   को  ,पहले  तो  उन्हें  जो  तीन  बच्चे  पैदा  करते   है  मैंने  अक्सर  देखा  है  की  कुछ  लोग  अक्सर  गावं  में  अगर  उनकी  पहली  बेटी  हुयी  तो  वो  फिर  दूसरा  चांस  लेते  है  फिर  बेटी  हुयी  तो  ,तीसरा  चांस   लेते  रहते  है  की  जब  तक  बेटा  हो  ना  जाये  ,लोग  एक  बेटे   के  चक्कर  में  पांच  बेटीयां   पैदा  कर  लेते  है  ,ये  कोई   खेल  तो  है  नहीं  की  जब  तक  ना  जीतो  तब  तक  खेलते  रहो  ,वे  ये  सोचते  है  की  मेरा  बेटा  मेरा  साथ  मेरे  बुढ़ापे  में  देंगा  और   बेटीयों   को  तो  नरक  में  धकेल  देते  है ,कही  कोई  जल  के  मार  रहा  है  तो  कही  कोई  दहेज़  की  प्रतारणा  से  तो  कही  कोई  बाप  अपने  बेटियों  को  बेच  दे  रहा   है   इस  तरह  का  केस  तो  आप  तो  सुनते  ही  होगे  ,वो  अपनी  बेटीयों    को  ना  तो  शिक्षा  देते   है  ना  तो  अच्छी  परवरिश  ,आखीर  लड़के - लड़की  में   इतनी  असमानता  क्यों  आखीर  लड़के  ऐसा  कौन  सा  सुख  माँ  बाप  को  देते  है  जो  लडकियां   नहीं  ,ऐसा  कौन  सा  काम   है  जो  लड़के  कर  सकते  है  लडकियां   नहीं  ,आज  जहा  लड़कियां  सीएम  ,पीएम  ,इंजीनियर  ,डॉक्टर  बन  रही  है  और  जब  वो  समाज  में  एक  सम्मान  की  जिन्दगी  जी  सकती   है  तो  उनके  साथ  ऐसा  क्यों  हो  रहा  है  ,सोचो 
दूसरी  बात  पापुलेसन  से  ही  गरीबी  बढ़  रही  है  अब  आप  पूछोगे   कैसे  अब  मै  बताता  हुं  आपको ,   ऐसे  अधिक  पापुलेसन    गावं  वाले  बढ़ा  रहे  है  अभी  तक  अधिकतर   गावं  में  लाइट  पहुंची  नहीं  है  और  जहा  पहुंची  भी  है  वहा  भी  लाइट  8 घंटे  ही   आती है  वहा  के  ज्यादा  लोग  जब  तक  लाइट  है  तब  तक  वो  मनोरंजन  करते  है  नहीं  तो  अपनी  पत्नी  के  साथ   सेक्स  करके  समय  बिताते  है  जो  उन्हें  ज्यादा  अच्छा  लगता  है  और  पापुलेसन    बढ़ा  रहे  है  ,मै  ये  समझ  नहीं  पा  रहा  हू  की  आखीर  पापुलेसन    को   कन्ट्रोल क्यों  नहीं  कीया  जा  सकता  ,अगर  कोई  सरकार  कानून  बना  दे  जिसके  हम  दो  हमारे  दो  से  अधिक  होंगे  उसे  सरकार  को  2000 रूपये  देने  होंगे  तो  कोई  करेगा  ही  नहीं  या  तो   चाइना  की  तरह  यहाँ  भी  कानून  बनाये  ,”मेरा  मानना  ये  है  की  गरीबी  नहीं  गरीब  को  हटाओ  गरीबी  अपने  आप  कम हो  जाएगी  “
सेकंड उनको  जो  सराब   पिने  के  बाद  बीबी  को  मारते  है  और  जो  सादी  सुदा  होते  हुए  भी  दूसरी  औरतो  से  शारीरिक  सम्बन्ध  रखते  है  ,जो  लोग  ऐसा  करते  है  मुझे  समझ  में  नहीं  आता  वो  ऐसा  क्यों  कर  रहे  है  ,जो  लड़की  अपना  परिवार  को  छोडकर  आपके   घर  आती  है  और  अपना  तन  मन सब  कुंछ अपने   पति  को  समर्पित  कर  देती  है  और  निःस्वार्थ  भाव  से  उनकी  सेवा  और  परिवार  की   सेवा  करती  है  तो  आप  उनके  साथ  ऐसा  क्यों  कर  रहे  है  हर  पत्नी  चाहती  है  मेरा  पति  मेरे  सिवा  और  किसी  को  देखे  भी  ना ,लेकिन  आज  तो  उल्टा  ही  हो  रहा  है  लोग  दूसरी  औरत  के  चक्कर  में  अपनी  शादी  सुदा  जिंदगी  भी  बर्बाद  कर  ले  रहे  है  अभी  आपने  सुना  होगा  की  एक  नेपाली  ने बिएर बार  डांसर  के लिये  अपनी  15 साल  की  शादी  को  ख़त्म  कर  दीया  ऐसे  ही  तमाम  लोग  है  ऐसे  लोगो  को  तो  गोली  मार  देना  चाहिए 
बलात्कार  आज  तो  आम  बात  हो  गयी  है  आज  लगभग  70% बलत्कार  हो  रहे  है  जिसमे  से  40% तो  गावं  में  और  30 % सहर  में  हो  रहे  है  जिसमे  से  30 % रजिस्टर  है  तो  40% अनरजिस्टर ,आज  कल   तो  बलत्कार  का  एक  मात्र   कारण  पहनावा  है  जो  लड़के  गावं  में  रहते  है  और   जो  ऐसा  पहनावा  सिर्फ  टेलीविज़न  के  माध्यम  से  देखे  होंगे  और   जब  वो  सहर   में  आते  है  और  यहाँ  आकर   तड़कटी  भरकटी   चीज़  यानि  फैशन  पहनावा  देखेंगे  तो  उन्हें  तो  कुंछ  होगा  ही  और  वो  बलत्कार  करने  की  कोशिश  करेंगे ,ऐसा  नहीं  है  की  बलत्कार  सिर्फ  गावं  वाले  ही  कर  रहे  है  सहर  वाले  भी  कर  रहे   है   लेकिन  इसे  live  in relationship नाम  दीया  गया  है   मै  तो  ये  कहता  हुं  जो  लड़की  को  देखे  और  उसके  अंदर  कोई  फीलिंग  ना  आये  वो  तो  मर्द  ही  नहीं  “ ऐसे   पहनावे  से  क्या  फायदा  जो  आप  की  खुद  ही  दुश्मन  बने 
जो  अनपढ़  नेतो    को  चुनते  है  उन्हें  तो  पक्का  गोली  मार  दो   ,आज  तो  इलेक्शन  में  “वोट  फॉर  नोट  “ हो  रहा  है  और  जातिवाद  ये  दोनों  समाज  को  खोखला  बना  रहे  है  आज  लोग  जो  नेता  उन्हें ही चुन रहे है जो   सबसे  अधिक  पैसे  और  दारू  दे  रहा  है  उसे  चुन  रहे  है  भले  ही  वो  नेता   पांचवी  फ़ैल  हो  या  अगुन्ठा  छाप  हो  या  उसे  बोलना  आता  ही  नहीं  हो ,मै  तो  गावं  में  ऐसे  लोग  देखता  हुं  जो  पैसे  खिलाके  और  दारू  पिलाकर  गावं  के  मुखिया  बन  जाते  है  और  उन्हें  दस्खत    तक  करने  नहीं  आता  है  जब  आप  ऐसे  मुखियां  को  चुन  रहे  है  जो  एक  गावं  तक  नहीं  सुधार  सकता  तो  देश  खाक   सुधरेगा  ,ऐसे  नेता  तो  आपकी  कोई    समस्या  सुनेंगे  ही  नहीं   जब  भी  आपको  कोई  कम  आएगा  और  आप  उनके  पास   जायेंगे  नेता  जी  ये  समस्या  है  तो  वो  पहले  तो  आप  को  बेह्कएंगे  यदि  आप  उनको  कुछ  बोल  देते  हो  तो  वो  बोलेंगे  साले  पैसे  दीया  हुं  तब  वोट दिए  हो  ऐसे दिए  है  क्या  ,आप  ऐसे  नेता  को  चुन  रहे  हो  जिसका  मतलब  कुंछ है  ही  नहीं  और  जो  पैसे  इलेक्शन  में  उड़ाया  है  उसको  बटोरने  के  लिये  2g घोटाला  और  कामन  वेल्थ  घोटाला  करेगा  ऐसे  नेता   का  क्या  मतलब  उसे  तो  गोली  मारना  ही  चाहिए  लेकिन  उस  से  पहले  आपको  जब  आप  को  अपने  एक  अमूल्य   वोट  का  मतलब  ही  नहीं  मालूम  ,और  ऐसे  नेता  जो  अपना  भविष्य  बना  ही  नहीं  पा  रहे  है  वो  देश  का  भविष्य  खाक  सुधारेंगे   ,लोग  कहते  है  की  india developing country है  मै  तो  कहता  हुं  हा  डेवेलप  कीया  है  इंडिया  ने  हा  इंडिया  ने  डेवलप  कीया  है  ना  पापुलेसन  में  करप्सन  में  और  अन्य  में