हा सही सुना आपने हा मैंने यही कहा की अगर देश करप्ट है तो उसे गोली मार दीजिये लेकिन उस से पहले खुद को ,पहले तो उन्हें जो तीन बच्चे पैदा करते है मैंने अक्सर देखा है की कुछ लोग अक्सर गावं में अगर उनकी पहली बेटी हुयी तो वो फिर दूसरा चांस लेते है फिर बेटी हुयी तो ,तीसरा चांस लेते रहते है की जब तक बेटा हो ना जाये ,लोग एक बेटे के चक्कर में पांच बेटीयां पैदा कर लेते है ,ये कोई खेल तो है नहीं की जब तक ना जीतो तब तक खेलते रहो ,वे ये सोचते है की मेरा बेटा मेरा साथ मेरे बुढ़ापे में देंगा और बेटीयों को तो नरक में धकेल देते है ,कही कोई जल के मार रहा है तो कही कोई दहेज़ की प्रतारणा से तो कही कोई बाप अपने बेटियों को बेच दे रहा है इस तरह का केस तो आप तो सुनते ही होगे ,वो अपनी बेटीयों को ना तो शिक्षा देते है ना तो अच्छी परवरिश ,आखीर लड़के - लड़की में इतनी असमानता क्यों आखीर लड़के ऐसा कौन सा सुख माँ बाप को देते है जो लडकियां नहीं ,ऐसा कौन सा काम है जो लड़के कर सकते है लडकियां नहीं ,आज जहा लड़कियां सीएम ,पीएम ,इंजीनियर ,डॉक्टर बन रही है और जब वो समाज में एक सम्मान की जिन्दगी जी सकती है तो उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है ,सोचो
दूसरी बात पापुलेसन से ही गरीबी बढ़ रही है अब आप पूछोगे कैसे अब मै बताता हुं आपको , ऐसे अधिक पापुलेसन गावं वाले बढ़ा रहे है अभी तक अधिकतर गावं में लाइट पहुंची नहीं है और जहा पहुंची भी है वहा भी लाइट 8 घंटे ही आती है वहा के ज्यादा लोग जब तक लाइट है तब तक वो मनोरंजन करते है नहीं तो अपनी पत्नी के साथ सेक्स करके समय बिताते है जो उन्हें ज्यादा अच्छा लगता है और पापुलेसन बढ़ा रहे है ,मै ये समझ नहीं पा रहा हू की आखीर पापुलेसन को कन्ट्रोल क्यों नहीं कीया जा सकता ,अगर कोई सरकार कानून बना दे जिसके हम दो हमारे दो से अधिक होंगे उसे सरकार को 2000 रूपये देने होंगे तो कोई करेगा ही नहीं या तो चाइना की तरह यहाँ भी कानून बनाये ,”मेरा मानना ये है की गरीबी नहीं गरीब को हटाओ गरीबी अपने आप कम हो जाएगी “
सेकंड उनको जो सराब पिने के बाद बीबी को मारते है और जो सादी सुदा होते हुए भी दूसरी औरतो से शारीरिक सम्बन्ध रखते है ,जो लोग ऐसा करते है मुझे समझ में नहीं आता वो ऐसा क्यों कर रहे है ,जो लड़की अपना परिवार को छोडकर आपके घर आती है और अपना तन मन सब कुंछ अपने पति को समर्पित कर देती है और निःस्वार्थ भाव से उनकी सेवा और परिवार की सेवा करती है तो आप उनके साथ ऐसा क्यों कर रहे है हर पत्नी चाहती है मेरा पति मेरे सिवा और किसी को देखे भी ना ,लेकिन आज तो उल्टा ही हो रहा है लोग दूसरी औरत के चक्कर में अपनी शादी सुदा जिंदगी भी बर्बाद कर ले रहे है अभी आपने सुना होगा की एक नेपाली ने बिएर बार डांसर के लिये अपनी 15 साल की शादी को ख़त्म कर दीया ऐसे ही तमाम लोग है ऐसे लोगो को तो गोली मार देना चाहिए
बलात्कार आज तो आम बात हो गयी है आज लगभग 70% बलत्कार हो रहे है जिसमे से 40% तो गावं में और 30 % सहर में हो रहे है जिसमे से 30 % रजिस्टर है तो 40% अनरजिस्टर ,आज कल तो बलत्कार का एक मात्र कारण पहनावा है जो लड़के गावं में रहते है और जो ऐसा पहनावा सिर्फ टेलीविज़न के माध्यम से देखे होंगे और जब वो सहर में आते है और यहाँ आकर तड़कटी भरकटी चीज़ यानि फैशन पहनावा देखेंगे तो उन्हें तो कुंछ होगा ही और वो बलत्कार करने की कोशिश करेंगे ,ऐसा नहीं है की बलत्कार सिर्फ गावं वाले ही कर रहे है सहर वाले भी कर रहे है लेकिन इसे live in relationship नाम दीया गया है “मै तो ये कहता हुं जो लड़की को देखे और उसके अंदर कोई फीलिंग ना आये वो तो मर्द ही नहीं “ ऐसे पहनावे से क्या फायदा जो आप की खुद ही दुश्मन बने
जो अनपढ़ नेतो को चुनते है उन्हें तो पक्का गोली मार दो ,आज तो इलेक्शन में “वोट फॉर नोट “ हो रहा है और जातिवाद ये दोनों समाज को खोखला बना रहे है आज लोग जो नेता उन्हें ही चुन रहे है जो सबसे अधिक पैसे और दारू दे रहा है उसे चुन रहे है भले ही वो नेता पांचवी फ़ैल हो या अगुन्ठा छाप हो या उसे बोलना आता ही नहीं हो ,मै तो गावं में ऐसे लोग देखता हुं जो पैसे खिलाके और दारू पिलाकर गावं के मुखिया बन जाते है और उन्हें दस्खत तक करने नहीं आता है जब आप ऐसे मुखियां को चुन रहे है जो एक गावं तक नहीं सुधार सकता तो देश खाक सुधरेगा ,ऐसे नेता तो आपकी कोई समस्या सुनेंगे ही नहीं जब भी आपको कोई कम आएगा और आप उनके पास जायेंगे नेता जी ये समस्या है तो वो पहले तो आप को बेह्कएंगे यदि आप उनको कुछ बोल देते हो तो वो बोलेंगे साले पैसे दीया हुं तब वोट दिए हो ऐसे दिए है क्या ,आप ऐसे नेता को चुन रहे हो जिसका मतलब कुंछ है ही नहीं और जो पैसे इलेक्शन में उड़ाया है उसको बटोरने के लिये 2g घोटाला और कामन वेल्थ घोटाला करेगा ऐसे नेता का क्या मतलब उसे तो गोली मारना ही चाहिए लेकिन उस से पहले आपको जब आप को अपने एक अमूल्य वोट का मतलब ही नहीं मालूम ,और ऐसे नेता जो अपना भविष्य बना ही नहीं पा रहे है वो देश का भविष्य खाक सुधारेंगे ,लोग कहते है की india developing country है मै तो कहता हुं हा डेवेलप कीया है इंडिया ने हा इंडिया ने डेवलप कीया है ना पापुलेसन में करप्सन में और अन्य में